* पंचायत सचिव 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
* निर्माण की NOC के बदले मांग रहा था 1 लाख रुपए
* लोकायुक्त जबलपुर की कार्रवाई से खुला रिश्वतखोरी का मामला
बालाघाट (मध्यप्रदेश) / शैलेंद्र सिंह सोमवंशी :- जिले में रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। लगातार भ्रष्ट अधिकारी और कर्मचारी लोकायुक्त के जाल में फंसते जा रहे है। ताजा मामला बालाघाट जिले की ग्राम पंचायत उकवा से सामने आया है, जहां पंचायत सचिव को लोकायुक्त ने रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
* 1 लाख रुपए की रिश्वत की मांग :- पीडित अंकुश चौकसे ने शिकायत में बताया कि उन्होंने अपनी पट्टे की जमीन पर निर्माण कार्य करने के लिए ग्राम पंचायत उकवा में आवेदन दिया था। लेकिन, ग्राम पंचायत सचिव योगेश हिर्वाने ने निर्माण कार्य की एनओसी (NOC) जारी करने के बदले 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। आवेदक ने तुरंत ही यह मामला लोकायुक्त जबलपुर को शिकायत के रूप में सौंप दिया।
* 50 हजार की पहली किस्त लेते ही हुआ गिरफ्तार :- लोकायुक्त टीम ने शिकायत का सत्यापन किया और तय योजना के तहत कार्रवाई की। सत्यापन के दौरान आरोपी सचिव को NOC देने की एवज में पहली किस्त के रूप में 50 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ जारी है।
* भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई :- आरोपी पंचायत सचिव के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधन 2018) की धारा 7, धारा 13 (1)(B), धारा 13 (2) के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
