* माता इंदिरा स्वप्न स्मृति सम्मान से हुए सम्मानित
* अब तक लिखी 30 पुस्तकों से समृद्ध हुआ हिंदी साहित्य जगत
रोहतक - महेंद्रगढ / संवाददाता :- हिंदी साहित्य जगत के वरिष्ठ साहित्यकार नफे सिंह योगी मालड़ा की नवीनतम कहानी संग्रह पुस्तक “सूखा समंदर” का भव्य लोकार्पण समारोह हाल ही में संपन्न हुआ। इस अवसर पर उन्हें प्रतिष्ठित “माता इंदिरा स्वप्न स्मृति सम्मान” से सम्मानित किया गया।।यह आयोजन साहित्य सम्पदा हिंदी साहित्य मंच, रोहतक द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें साहित्य जगत के अनेक विद्वान, कवि और रचनाकार उपस्थित रहे।
* साहित्यिक उपलब्धियों का गौरव :- जिला महेंद्रगढ़ (हरियाणा) के निवासी नफे सिंह योगी मालड़ा, सुपुत्र बलबीर सिंह (पी.टी.आई.) एवं माता विजय देवी ने अब तक कुल 30 पुस्तकें लिखी है। इनमें एकल संग्रह की 11 पुस्तकें और सांझा संकलन की 19 पुस्तकें शामिल है।
उनके एकल संग्रह की प्रमुख कृतियाँ :-
1️⃣ देश की बात (2017)
2️⃣ मंज़िल से पहले रुकना मत (2018)
3️⃣ मौत से मस्ती (2019)
4️⃣ कातिल कोरोना (2020)
5️⃣ ऐसे कैसे मर जाऊँगा (2021)
6️⃣ किसके बिन है कौन अधूरा (2022)
7️⃣ सबर किया है सबरी की ज्यों (2023)
8️⃣ बारूद और भावनाएँ (2024)
9️⃣ स्मृतियों का सिपाही (2025)
🔟 जल्दी घर तुम आना बेटा (2025)
1️⃣1️⃣ सूखा समंदर (2025)
* विविध विधाओं में रचनात्मकता का विस्तार :- नफे सिंह योगी मालड़ा ने अब तक 13 काव्य संग्रह, 3 कहानी संग्रह, 2 लघुकथा संग्रह, 1 संस्मरण संग्रह रचे है, जो हिंदी साहित्य की विविधता और गहराई को दर्शाते है।
* 25 वर्षों से निरंतर रचनात्मक योगदान :- पिछले 25 वर्षों से उनकी रचनाएँ देशभर की प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं, मंचों और साहित्यिक संस्थानों में प्रकाशित होती रही है। हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें देशभर की सैकड़ों साहित्यिक संस्थाओं और मंचों द्वारा अनेक पुरस्कारों और सम्मानों से अलंकृत किया जा चुका है।
सम्मान ग्रहण करते हुए उन्होंने भावुक शब्दों में कहा की, मेरी हर उपलब्धि का श्रेय मैं अपने माता-पिता, गुरुवर डॉं. मनोज भारत जी, अपने परिवार, शुभचिंतकों और उन सभी मित्रों को देता हूँ। जिन्होंने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मुझे प्रेरित किया। मेरे गाँव की हवा, पानी और मिट्टी ने मुझे ताकत, हिम्मत और संकल्प दिया है। यह सम्मान केवल मेरा नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का है जिसने मुझे आगे बढने की प्रेरणा दी।
नफे सिंह योगी मालड़ा वर्तमान में डबल फर्स्ट बटालियन, पीसी विंग परिवार से जुड़े है। अपने कार्यक्षेत्र की जिम्मेदारियों के साथ-साथ वे साहित्य सृजन को भी उतनी ही निष्ठा से निभाते है।
