* नशामुक्ति रैली निकालकर थाना पहुंचीं, शराबबंदी की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
लामता / शैलेंद्र सिंह सोमवंशी :- लामता क्षेत्र में चल रहे नशामुक्ति अभियान को बड़ा समर्थन मिला है। सोमवार को लामता पंचायत क्षेत्र की महिलाओं ने हनुमान मंदिर परिसर में एकत्रित होकर शराबबंदी के समर्थन में महत्त्वपूर्ण बैठक की तथा गांव में बढ़ती शराबखोरी और उससे उत्पन्न सामाजिक बुराइयों के खिलाफ कडा रुख अपनाने का निर्णय लिया।
बैठक के बाद सैकड़ों महिलाएं गांव में नारेबाजी करते हुए जागरूकता रैली निकालकर थाना लामता पहुंचीं और शराबबंदी की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। महिलाओं ने मांग की है की, गांव में कच्ची शराब और अंग्रेजी शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएं। नशे में पति द्वारा महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएं। युवाओं और बच्चों को नशे से बचाने के लिए अभियान चलाया जाएं। महिलाओं ने कहा कि शराब और नशे की वजह से परिवार टूट रहे है। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। परिवारों में कलह और हिंसा बढ रही है। इसीलिए गांव को पूरी तरह नशामुक्त करना आवश्यक है।
* सरपंच का बयान :- लामता सरपंच हुलासमल कोचर ने कहा की, महिलाओं ने शराब मुक्ति समिति बनाकर मुझे बैठक में बुलाया था। महिलाओं ने शराब से प्रभावित परिवारों की पीड़ा बताई। सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि लामता को शराबमुक्त करने के लिए संघर्ष किया जाएगा और इसी मांग को लेकर आज ज्ञापन सौंपा गया है।
* पुलिस प्रशासन का आश्वासन :- थाना निरीक्षक एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (परसवाड़ा) अरविंद शाह ने महिलाओं को आश्वासन देते हुए कहा की, कच्ची शराब बनाने और बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। महिलाएं स्वयं किसी घर पर कार्रवाई न करें, शराब विक्रेताओं की जानकारी पुलिस को दें, पुलिस विभाग पूरा सहयोग करेगा।
* अभियान को मिला जनसमर्थन :- इस रैली और ज्ञापन के बाद पूरे क्षेत्र में नशामुक्ति आंदोलन को लेकर उत्साह देखने को मिला। महिलाओं का कहना है कि यह सिर्फ कानून की लड़ाई नहीं, बल्कि परिवारों की खुशहाली और आने वाली पीढ़ी के भविष्य की लड़ाई है।
