कौशल विकास - व्यक्तिगत प्रगति, आर्थिक उन्नति और सामाजिक परिवर्तन की नींव!

* “इंडिया रीडिफाइंड” संस्था के सहयोग से शुरू हो रहा कौशल विकास प्रकल्प - CSR फंडिंग हेतु अपील

मुंबई / फिरोज पिंजारी :- आज की तेजी से बदलती दुनिया में कौशल विकास (Skill Development) केवल रोजगार पाने का माध्यम नहीं, बल्कि व्यक्तिगत विकास, आर्थिक उन्नति और सामाजिक समानता की मजबूत नींव है। इसी दृष्टि से देश की प्रसिद्ध सामाजिक संस्था “इंडिया रीडिफाइंड” के सहयोग से “कौशल विकास प्रकल्प” शुरू किया जा रहा है। इस परियोजना के लिए कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (CSR) फंड से आर्थिक सहयोग का आग्रह किया गया है।

* कौशल विकास क्यों है समय की सबसे बडी जरूरत ? :-

- व्यक्तिगत स्तर पर :-

रोजगार में वृद्धि : उपयुक्त कौशल प्राप्त करने से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढते है।

करियर में उन्नति : नए कौशल सीखने से पदोन्नति और करियर में स्थिरता आती है।

आर्थिक आत्मनिर्भरता : कौशल के माध्यम से व्यक्ति अपनी आय और जीवन स्तर दोनों सुधार सकता है।

आत्मविश्वास और व्यक्तित्व विकास : नई चीजें सीखने से व्यक्ति का आत्मविश्वास, निर्णय क्षमता और आत्मबल बढ़ता है।

अनुकूलन क्षमता : बदलती तकनीक और उद्योगों के साथ तालमेल बिठाने के लिए कौशल सबसे अहम है।

- उद्योगों और संस्थाओं के लिए :- 

उत्पादकता में वृद्धि : प्रशिक्षित कर्मचारी अधिक कुशल और उत्पादक होते है।

नवाचार और रचनात्मकता : कौशल विकास से कर्मचारियों में नई सोच और नवीन विचारों की क्षमता बढ़ती है।

कर्मचारी संतुष्टि और स्थायित्व : कंपनियां जब कर्मचारियों के विकास में निवेश करती है तो निष्ठा और मनोबल दोनों बढते है।

प्रतिस्पर्धात्मक बढत : कौशलयुक्त कार्यबल से संस्था को बाजार में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ मिलता है।

- समाज और राष्ट्र के लिए :-

बेरोजगारी और गरीबी में कमी : कौशल प्रशिक्षण से युवाओं को रोजगार मिलकर गरीबी में कमी आती है।

सामाजिक समानता : वंचित वर्गों को कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें सम्मानजनक जीवन और अवसर मिलते है।

आर्थिक विकास : कुशल मानव संसाधन किसी भी देश की सबसे बडी पूंजी होती है।

* “इंडिया रीडिफाइंड” - परिवर्तन की दिशा में अग्रसर :- “इंडिया रीडिफाइंड” देश की अग्रणी NGO में से एक है जो शिक्षा, रोजगार, पर्यावरण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। इस कौशल विकास प्रकल्प के माध्यम से ग्रामीण और शहरी युवाओं, महिलाओं तथा वंचित वर्गों को तकनीकी प्रशिक्षण, स्वरोजगार, डिजिटल स्किल और उद्योग आधारित अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।

* CSR सहयोग के लिए आमंत्रण :- इस प्रकल्प के लिए CSR विभागों, औद्योगिक समूहों और सामाजिक संगठनों से सहयोग का आग्रह किया गया है। देणगी निम्नलिखित खाते में जमा की जा सकती है।

Account Number : 005201551040

IFSC Code : ICIC0000052

Account Name : ABHISHEK KUMAR

CSR फंडिंग के माध्यम से कंपनियां इस पहल का हिस्सा बनकर “कौशलवान भारत, आत्मनिर्भर भारत” के सपने को साकार करने में योगदान दे सकती है।

कौशल विकास केवल एक प्रशिक्षण नहीं यह मानव संसाधन में किया गया सबसे प्रभावी निवेश है। आर्थिक रूप से सशक्त, आत्मनिर्भर और प्रगतिशील समाज बनाने के लिए ऐसे प्रकल्पों को हर स्तर पर समर्थन मिलना चाहिए।

अधिक जानकारी के लिए अभिषेक कुमार (Abhishek Kumar) से संपर्क करने की अपील की गई है। उनसे निम्नलिखित माध्यमों से संपर्क किया जा सकता है। मोबाइल नंबर: 8015915564, 8709794759

🌐 LinkedIn प्रोफ़ाइल : https://www.linkedin.com/in/abhishek-kumar-a47b33151 इच्छुक व्यक्ति या संस्थाएं उनसे सीधे संपर्क कर कौशल विकास परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकती है तथा इस सामाजिक पहल में सहयोग दे सकती है।


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