* थाना पहुंचकर सौंपा ज्ञापन : लामता क्षेत्र में महिलाओं का एकजुट अभियान
* शराब और जुए ने युवाओं का भविष्य बर्बाद किया, अब गांवों में नहीं चलने देंगे ये नशे का कारोबार
लामता (बालाघाट) / शैलेंद्र सिंह सोमवंशी :- लामता क्षेत्र में चल रहे महिलाओं के शराबबंदी आंदोलन को गति देते हुए अब भालेवाड़ा पंचायत की महिलाएं भी एकजुट होकर मैदान में उतर आई है। गांव में बढ़ती शराबखोरी और जुए की लत के खिलाफ महिलाओं ने मोर्चा खोलते हुए लामता थाना पहुंचकर थाना निरीक्षक नितिन पटले को ज्ञापन सौंपा और शराबबंदी एवं जुआबंदी लागू करने की मांग की।
* थाना निरीक्षक ने महिलाओं की पहल की सराहना :- महिलाओं के इस साहसी कदम की सराहना करते हुए थाना निरीक्षक नितिन पटले ने कहा की, महिलाओं की यह पहल समाज के लिए प्रेरणादायी है। पुलिस प्रशासन हरसंभव सहयोग करेगा ताकि गांवों में नशे और जुए जैसी सामाजिक बुराइयों का अंत हो सके।
* महिलाओं का आरोप - शराब और जुए ने गांव को किया बर्बाद :- भालेवाड़ा पंचायत की ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि गांव में शराब की खुलेआम बिक्री हो रही है। गांव के चौक-चौराहों और स्कूलों के पास लीटरों में कच्ची और पक्की शराब बेची जा रही है। इससे हमारे नवयुवक और छात्र नशे की चपेट में आ रहे हैं, और उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है। महिलाओं ने कहा कि वे अब इस अन्याय और लत के खिलाफ चुप नहीं बैठेंगी।
* आंदोलन का स्वरूप और उद्देश्य :- महिलाओं ने थाने में ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे गांव में सामूहिक आंदोलन शुरू करेंगी। इस दौरान उपस्थित महिलाओं ने एक स्वर में कहा की, हम अपने बच्चों का भविष्य बचाने के लिए यह लड़ाई लड़ रही है। जब तक गांव से शराब और जुआ पूरी तरह खत्म नहीं होगा, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
* लामता क्षेत्र में चल रहा है महिला शक्ति का जनअभियान :- लामता क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों में पिछले कुछ दिनों से महिलाएं शराबबंदी और जुआबंदी को लेकर लगातार आंदोलनरत है। हर पंचायत में महिलाएं आगे आकर नशामुक्त समाज की दिशा में निर्णायक कदम उठा रही है। महिलाओं के इस अभियान से क्षेत्र में शराब और जुए के खिलाफ जनजागरण की लहर उठी है। प्रशासन और समाज दोनों की जिम्मेदारी है कि इस मुहिम को समर्थन देकर एक नशामुक्त और सुरक्षित समाज का निर्माण किया जाएं।
