झूलते बिजली के तार ने ली युवक की जान

* परिजनों ने शव रखकर किया चक्का जाम ; बालाघाट के सरेखा-कुमादेही गांव में हादसे के बाद बवाल

* परिजनों का हंगामा, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप, मुआवजे और एफआयआर की मांग पर अडे

* रातभर सडक जाम, विधायक मधु भगत और प्रशासन मौके पर पहुंचे, आश्वासन के बाद थमा आक्रोश

बालाघाट / शैलेंद्र सिंह सोमवंशी :- बालाघाट जिले के ग्राम सरेखा कुमादेही में मंगलवार की शाम एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके में हंगामा मचा दिया। गांव के एक युवक की झूलते बिजली के तार की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। घटना पर ग्रामीणों और परिजनों का गुस्सा फूट पडा। उन्होंने मृतक का शव परसवाडा स्थित बिजली विभाग के दफ्तर के सामने रखकर लामता-बैहर मार्ग पर चक्का जाम कर दिया।


* खेत के पास झूल रहे थे बिजली के तार :- मंगलवार दोपहर करीब 3 से 4 बजे के बीच, परसवाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम लिंगा के लिप्लटीस बन इलाके में झूलते बिजली तारों की चपेट में आने से सरेखा निवासी युवक की मौत हो गई। गंभीर झटके से युवक की मौके पर ही तडप-तडप कर मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार बिजली विभाग को ढीले तारों के बारे में शिकायत दी गई थी, लेकिन विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की।


* गुस्से में उबले ग्रामीण - शव रखकर किया चक्का जाम :-  मौत की खबर फैलते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और परिजन परसवाडा पहुंचे। उन्होंने विद्युत विभाग कार्यालय के सामने सडक पर शव रखकर जोरदार प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बिजली विभाग पर घोर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। अगर विभाग ने पहले ही तार ठीक कर दिए होते तो हमारे बेटे की जान न जाती, परिजनों ने रोते हुए कहा।


* एफआयआर और मुआवजे की मांग पर अडे परिजन :- प्रदर्शनकारियों ने मांग है की, 

1️⃣ बिजली विभाग के अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज की जाए।

2️⃣ मृतक के परिवार को तत्काल उचित मुआवजा दिया जाए।

3️⃣ सभी झूलते तारों को तत्काल बदला जाए।

रात करीब 9 बजे तक चला आंदोलन, लेकिन परिजन तब तक नहीं माने जब तक विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे।


* एसडीएम, पुलिस और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे :- घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम अर्पित गुप्ता, एसडीओपी अरविंद शाह और लामता, परसवाड़ा, बैहर पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण मुआवजे और कार्रवाई की लिखित गारंटी की मांग पर अडे रहे।


क्षेत्रीय विधायक मधु भगत, पूर्व सांसद कंकर मुंजारे, जिला पंचायत सदस्य दल सिंह पंद्रे, और समाजसेवी रामेश्वर कटरे भी घटनास्थल पर पहुंचे। सभी जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों की मांगों को जायज ठहराते हुए उनके साथ धरना दिया।


🎙️ मधु भगत, विधायक (बालाघाट)

ग्रामीणों की मांगें पूरी तरह सही है। यह घटना बिजली विभाग की लापरवाही का परिणाम है। जब तक पीडित परिवार को न्याय और मुआवजा नहीं मिलता, हम चुप नहीं बैठेंगे।


🎙️ अर्पित गुप्ता, एसडीएम परसवाडा

प्रशासन ने विभाग से रिपोर्ट मांगी है। दोषी पाए जाने वाले अधिकारी या कर्मचारी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मृतक परिवार को सरकारी सहायता दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।


🎙️ रामेश्वर कटरे, समाजसेवी

यह घटना चेतावनी है कि बिजली विभाग को अब लापरवाही छोड़नी होगी। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए पुराने तार और पोल तुरंत बदले जाएं।


* रात में खत्म हुआ चक्काजाम, प्रशासन ने दिया भरोसा :- करीब रात 11 बजे प्रशासन की ओर से लिखित आश्वासन मिलने के बाद परिजन शांत हुए और प्रदर्शन खत्म किया गया। अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा देने और बिजली विभाग के खिलाफ जांच का आश्वासन दिया।



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