पनवेल से कर्जत पहुंचने में लगेगा सिर्फ एक घंटा

* रेल कॉरिडोर परियोजना अंतिम चरण में, मार्च तक शुरू होगी नई रेल लाइन

* 29.6 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर देगा तेज सफर का अनुभव

* 30 मिनट की यात्रा समय में होगी बचत - 2,782 करोड की लागत से बन रहा है अत्याधुनिक मार्ग

कर्जत / राजेंद्र शिवाजी जाधव :- मुंबई महानगरीय क्षेत्र के यात्रियों के लिए एक बडी खुशखबरी है, अब पनवेल से कर्जत तक की यात्रा केवल एक घंटे में पूरी हो सकेगी। पनवेल - कर्जत उपनगरीय रेल कॉरिडोर परियोजना अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है और रेलवे प्रशासन ने संकेत दिए है कि मार्च 2026 तक इस लाइन को जनता के लिए शुरू कर दिया जाएगा।


* यात्रियों को मिलेगी समय की बडी राहत :- अधिकारियों के अनुसार, इस रेल कॉरिडोर के तैयार हो जाने के बाद यात्रियों का करीब 30 मिनट का सफर समय बचेगा, जिससे कर्जत - पनवेल के बीच की यात्रा पहले से कहीं अधिक तेज, सुविधाजनक और सुगम हो जाएगी। यह रेल लाइन कुल 29.6 किलोमीटर लंबी है और इस पर लगभग ₹2,782 करोड रुपये खर्च किए जा रहे है। फिलहाल परियोजना का 79% काम पूरा हो चुका है।


* निर्माण कार्य तेजी पर :- अधिकारियों ने बताया कि पनवेल, चिखले, मोहोपे, चौक और कर्जत स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं और ऑपरेशनल बिल्डिंग का कार्य लगभग पूर्णता के चरण में है। साथ ही नई तरह की फेंसिंग (सुरक्षा दीवार) लगाई जा रही है, जो अब तक इस्तेमाल की गई सुरक्षा व्यवस्था से अधिक मजबूत और टिकाऊ होगी।



* मुंबई महानगरीय क्षेत्र की बढ़ती मांग को मिलेगी राहत :- पनवेल - कर्जत रेल कॉरिडोर को मुंबई शहरी परिवहन परियोजना (MUTP-3) के तहत एमआरवीसी (Mumbai Railway Vikas Corporation) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इस परियोजना से मुंबई महानगरीय क्षेत्र (MMR) में यात्री दबाव कम करने और कनेक्टिविटी बढ़ाने में मदद मिलेगी। यह लिंक नवी मुंबई, रायगढ़ और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक नया उपनगरीय रेल विकल्प प्रदान करेगा, जिससे दैनिक यात्रियों को समय की बचत के साथ आरामदायक यात्रा मिलेगी।



* आधुनिक इंजीनियरिंग तकनीक से बनेगा कॉरिडोर :- एमआरवीसी अधिकारियों के अनुसार, परियोजना में आधुनिक इंजीनियरिंग डिजाइन को शामिल किया गया है। इसमें पुल, सुरंगें, स्टेशन भवन और पनवेल–कर्जत रेल फ्लाईओवर जैसे बड़े कार्य शामिल है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए फॉरेस्ट क्लीयरेंस (वन अनुमति) प्रक्रिया को प्राथमिकता दी गई है, ताकि इकोलॉजिकल इम्पैक्ट (पर्यावरणीय असर) न्यूनतम रहे।


* एमआरवीसी प्रमुख ने क्या कहा :- एमआरवीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक विलास सोपान वाडेकर ने बताया की, पनवेल - कर्जत उपनगरीय रेल कॉरिडोर एक नया और तेज़ वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा, जिससे कर्जत तक की यात्रा मौजूदा कल्याण मार्ग की तुलना में कम समय में पूरी हो सकेगी। यह परियोजना यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति देगी।


उन्होंने यह भी कहा की, यह प्रोजेक्ट क्षेत्रीय विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा और इसे इस वित्तीय वर्ष के भीतर जनता के लिए खोल दिया जाएगा।



* क्षेत्रीय विकास का नया अध्याय :- इस परियोजना के पूरा होने से पनवेल–कर्जत के बीच निर्बाध यात्रा, नवी मुंबई–रायगढ़ के बीच बेहतर संपर्क और आर्थिक विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी। दैनिक यात्रियों के लिए यह न केवल समय की बचत का साधन बनेगा, बल्कि यह पूरे मुंबई महानगरीय क्षेत्र की कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।


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