* शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 101 शिक्षक व शिक्षिकाओं को निर्मल फाउंडेशन व ओ.के. फाउंडेशन द्वारा पूर्व राष्ट्रपति डाॅं. सर्वपल्ली राधाकृष्णन मेमोरियल अवार्ड 2025 से किया गया सम्मानित
नवी दिल्ली / सीमा रंगा इन्द्रा :- पश्चिमी दिल्ली के मोहन गार्डन में शिक्षा जगत में अपनी उच्च कोटि की सेवाओं की बदौलत तेजी से उभरते व लोगों की कसौटी पर हमेशा खरा उतरने वाले ओ. के. माॅडल स्कूल के प्रागंण में शिक्षा दिवस के खास अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों के समग्र विकास को बढावा देने के लिए सुप्रसिद्ध सामाजिक संगठन निर्मल फाउंडेशन व ओ. के. फाउंडेशन के सहयोग से सरकारी व गैर सरकारी स्कूलों के 101 शिक्षक व शिक्षिकाओं को पूर्व राष्ट्रपति डाॅं. सर्वपल्ली राधाकृष्णन मेमोरियल अवार्ड 2025 से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ओ. के. मॉडल स्कूल के चेयरमैन ओम कुमार, डायरेक्टर डॉं. रवि कुमार पुंडीर, प्रिंसिपल निर्मल कुमार सहित देशभर से आए शिक्षक व शिक्षिकाएं शामिल हुई थी।
यह अवार्ड उन लोगों को दिया गया, जो परंपरागत शिक्षा व्यवस्था से आगे बढकर डिजिटल, तकनीक व स्किल डेवलपमेंट जैसी शिक्षण प्रणाली को अपनाते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाते है। यह अवॉर्ड शिक्षा के क्षेत्र में सामाजिक परिवर्तन का माध्यम मानने वाले शिक्षकों को समर्पित होता है कि किस प्रकार शिक्षक शिक्षा में बदलाव ला रहे है, साथ ही यह इस बात पर भी विचार करने का दिन है कि उन्हें अपनी प्रतिभा को पूर्ण रुप से उपयोग करने के लिए किस प्रकार के समर्थन का आवश्यकता है।
डाॅं. रवि कुमार पुंडीर को पश्चिमी दिल्ली में आधुनिक उच्च शिक्षण संस्थानों के जनक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने शहर में बच्चों के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप शिक्षण संस्थान की स्थापना कर शिक्षा की परिभाषा को नए मायनों में ढाला है। उनके द्वारा स्थापित संस्थान न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते है, बल्कि छात्रों को वैश्विक स्तर की प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने में भी अहम भूमिका निभाते है।
डाॅं. रवि कुमार पुंडीर ने शिक्षा को तकनीकी और रोजगारोन्मुखी बनाने की दिशा में कई प्रभावशाली पहल की है। डाॅं. रवि कुमार ने कहा कि डॉं. सर्वपल्ली राधाकृष्णन मेमोरियल अवॉर्ड 2025 देने का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो शिक्षक शिक्षा को एक मिशन की तरह मनाते है। एक शिक्षक को केवल बच्चों को शिक्षा प्रदान कराना नहीं, बल्कि जिम्मेदार और संवेदनशील नागरिक तैयार करना है। डाॅं. रवि कुमार पुंडीर की इस मुहिम पर पश्चिमी दिल्ली के शिक्षकों को गर्व है।
