* सगा भतीजा और नाती निकले कातिल
* पैसों के लालच में रिश्तों का खून ; 100 से अधिक CCTV फुटेज खंगालकर पहुंची पुलिस
बालाघाट / शैलेंद्र सिंह सोमवंशी :- मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले के कटंगी थाना क्षेत्र में गुरुवार को हुए दंपत्ति हत्याकांड का पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर सनसनीखेज खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड में मृतक के सगे भतीजे दुलीचंद्र हांके और भतीजे के बेटे यानी नाती सचिन हांके (दोनों निवासी सुकली तिरोडी) को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पैसों के लालच में चोरी करने के दौरान हत्या करने की बात कबूल कर ली है।
* पैसे के लिए रचा गया खौफनाक खेल :- पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक रमेश हांके के घर में पहले सचिन हांके पढाई करता था और लंबे समय तक उनके साथ ही रहा था। रिटायरमेंट के बाद रमेश हांके घर में अकेले रहते थे और पत्नी पुष्पकला हांके उनके साथ रहती थीं। भतीजे और नाती ने घर में रखे नकदी और गहनों की चोरी के इरादे से वारदात को अंजाम दिया।
* 5 नवंबर की रात को हुई थी निर्मम हत्या :- 5 नवंबर की रात को रमेश हांके (65) और उनकी पत्नी पुष्पकला हांके (58) की घर में ही गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। रमेश हांके सिंचाई विभाग में ड्राइवर के पद से सेवानिवृत्त हो चुके थे। अगले दिन, यानी 6 नवंबर की सुबह, दूध वाला जब दूध देने पहुंचा तो उसने देखा कि घर का मुख्य दरवाजा खुला है। शक होने पर पडोसी के साथ जब अंदर झांका गया, तो बेडरूम में रमेश हांके और किचन में पुष्पकला हांके की खून से लथपथ लाशें पडी थीं।
* पुलिस की तत्परता और टेक्निकल जांच से खुला मामला :- हत्या की जानकारी मिलते ही कटंगी थाना पुलिस, एफएसएल टीम और डॉग स्क्वॉड मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के 100 से ज्यादा CCTV कैमरों के फुटेज खंगाले। फुटेज के आधार पर दोनों आरोपियों की गतिविधियों पर पुलिस का शक गहराया, और आखिरकार पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
बालाघाट पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया की, यह एक बेहद दर्दनाक और अमानवीय घटना है। पुलिस टीम ने 24 घंटे के अंदर तकनीकी और मानवीय संसाधनों का उपयोग कर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जाएगा और जल्द ही केस चार्जशीट के साथ निपटाया जाएगा।
* सामाजिक स्तर पर भी सदमा :- इस निर्मम हत्या से पूरे इलाके में सन्नाटा और भय का माहौल है। रमेश हांके को समाज में एक ईमानदार और मददगार व्यक्ति के रूप में जाना जाता था। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा कि उनके ही खून के रिश्तेदारों ने लालच में उनकी जान ले ली।
