7 अक्टूबर को मोहम्मदी में होने वाले सम्मान समारोह में सुल्तानपुर के विकास मिश्र होगे गोमती साहित्य सम्मान 2025 से सम्मानित

दिल्ली / प्रतिनिधी :- अंतरराष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन व सम्मान समारोह 2025 का भव्य आयोजन मोहम्मदी, लखीमपुरी में आयोजित होगा। देशविदेश की 21 प्रतिभाओं को मिलेगा केतकी व गोमती सम्मान 2025। 4 कवि को गोमती सम्मान और 17 कवयित्रियों को केतकी साहित्य रत्न सम्मान 2025।


उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी के कस्बे मोहम्मदी में कथाकुंज साहित्य सेवा परिषद जो भारत की प्रतिष्ठित संस्था है के द्वारा अंतरराष्ट्रीय साहित्य सम्मेलन व सम्मान समारोह का आयोजन 7 अक्तूवर को आयोजित किया जायेगा। इसमे शामिल साहित्यकारों को क्रमशः केतकी साहित्य रत्न सम्मान 2025 (महिला) व गोमती साहित्य रत्न सम्मान 2025 (पुरुष) को प्रदान किया जाता है। विगत 3 वर्षों में 50 से अधिक साहित्यकार इस सम्मान से सम्मानित हो चुके है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती कृष्णा राज पूर्व कृषि राज्य मंत्री शामिल होगी। विशिष्ट अतिथि के रूप में लोकेंद्र प्रताप सिंह सभापति (राज्यमंत्री) एवं पंचायती राज समिति यू पी एवं संदीप मेहरोत्रा, चेयरमैन नगर पालिका परिषद शामिल होगे। नवोदित से वरिष्ठ तक सभी चयनित को यह सम्मान प्रदान किया जाता है।


संस्था अध्यक्ष गोविंद गुप्त ने बताया कि इस वर्ष भी पूरे देश से चयन किया गया है। कार्यक्रम में विदेश से भी एक प्रतिनिधि के उपस्थित रहने की संभावना है। इस वर्ष कार्यक्रम प्रो. सुदीप कुमार जो पी जी आई में प्रोफेसर थे उनकी स्मृति में आयोजित है जो कथाकुंज के संरक्षक थे। अभी प्रो. सुदीप कुमार की धर्म पत्नी डॉं. नीमा पंत जी जो कथा कुंज साहित्य परिषद की ब्रांड एंबेसडर भी है। इसके अतिरिक्त वो एक कवयित्री, लेखिका एवं मोटिवेशनल स्पीकर भी है। पुरुषों में गोमती सम्मान से सम्मानित होने वाले कवियों में विकास मिश्र ग्राम नटोली कलां ब्लॉक कूरेभार, सुल्तानपुर यू पी के निवासी है। वह वर्तमान में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री वेंकटेश्वर कॉलेज में कार्यरत है। पूर्व में वो राम राजी डिग्री कॉलेज वैदहा में राजनीति विज्ञान के सहायक प्रोफेसर थे, उससे पहले वह शास्त्री बाल विद्या मंदिर मोतीगंज में अंग्रेजी विषय के प्रवक्ता थे। सुदनापुर बाजार में आकाश कोचिंग सेंटर के प्रबंधक भी रहे है। शिक्षा विभाग से उनका और उनके परिवार का बहुत लगाव है क्योंकि पिता जी भी सहायक अध्यापक रहे है। कोरोना काल के समय से विकास मिश्र कविताएं भी लिखते है। विकास मिश्र अनेक साहित्यिक संस्थाओं से भी जुड़े हुए है। अखिल भारतीय काव्य मंच मुंबई जिसके वह सचिव एवं प्रवक्ता है। वह पत्रकारिता से भी जुड़े है। दि ग्राम टुडे हिंदी दैनिक समाचार पत्र में उप संपादक और संस्कार न्यूज में भी वह संवाददाता है।कविता लेखन के साथ वह मंचों पर अच्छा संचालन भी करते है।


इस कार्यक्रम के आयोजक एवं कथा कुंज साहित्य परिषद संस्था के संस्थापक समाजसेवी गोबिंद गुप्ता ने मीडिया को बताया ये चयन पूरी तरह से कवि और कवयित्री के साहित्य के प्रति योगदान, उनकी कविताएं और सोशल मीडिया पर दर्शकों और श्रोताओं की उनकी कविताओं पर प्रतिक्रियाएं देखकर कथा कुंज साहित्य परिषद की टीम द्वारा चयन किया गया है। गोमती साहित्य सम्मान 2025 के लिए चयनित होने पर विकास मिश्र ने कहा कि मै इसके लिए अपनी माता शांती देवी और पिता स्वर्गीय भगवती प्रसाद मिश्र,अपने चाचा शेष नारायण मिश्र,अपने साहित्यिक प्रेरणास्रोत पवन कुमार पाण्डेय और बहन किरन पाण्डेय और अपनी संस्था अखिल भारतीय काव्य मंच के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजनी द्विवेदी को देता हूं।

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