धुले जिले के पिंपलनेर शहर में भक्ति-शक्ति और हिंदू मुस्लिम सांप्रदायिक सद्भावना 200 साल पुरानी परंपरा

धुले / अनिल बोराडे :- धुले जिले के पिंपलनेर शहर के ग्राम देवता समर्थ खंडोजी महाराज की ऐतिहासिक परंपरा का 197 वां वर्ष हाल ही में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस उत्सव के अंतर्गत एक भव्य कुश्ती दंगल का भी आयोजन किया गया। रात को शोभायात्रा के साथ नामसप्ताह का समापन हुआ। इस शोभायात्रा में विभिन्न मंडलियों द्वारा प्रस्तुत जीवंत प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। इनमें महाकाली वीरभद्र, कानबाई माता, श्री कृष्ण लीला जैसे प्रतीरुप सादरिकरन किया गया। दो दिनों में लगभग तीन से साडे तीन लाख श्रद्धालु इस उत्सव में शामिल हुए।


आपको बता दें इस उत्सव की खासियत यह है कि सांप्रदायिक सद्भावना की 197 साल पुरानी परंपरा कायम रही जब खंडोजी महाराज की पालकी आधी रात को 2 बजे जामा मस्जिद के पार गुजरती है, तो मुस्लिम समुदाय के जहांगीरदार परीवार और मुस्लिम समुदाय के लोग पालखी और खंडोजी महाराज मंदिर के मठाधीश योगेश्वर महाराज का स्वागत किया जाता है। जहांगीरदार परिवार के पांचवीं पिढी के जहूर जहांगीरदार समेत कई मुस्लिम युवकों ने योगेश्वर महाराज और पालकी का भक्तिभाव से स्वागत किया। 


इस अवसर पर दुसरे दिन पिंपलनेर में एक भव्य कुश्ती दंगल का भी आयोजन किया गया। इसमें महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा से हजारों पहलवानों ने हिस्सा लिया। विधायक मंजुला गावित के अगुवाई में और पूर्व सांसद बापूसाहेब चौरे के अध्यक्षता में भव्य कुश्ती दंगल का उद्घाटन किया। इस अवसर सामाजिक राजनीतिक सभी गणमान्य लोग उपस्थित रहे। 


कुस्ती विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ साथ सांसारिक वस्तुएं भी प्रदान की गईं। इस कार्यक्रम का आयोजन कुश्ती समिति और खंडोजी महाराज मंदिर संस्थान के द्वारा आयोजित किया गया था।


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